Wedding (विवाह)
₹ 21,000
Notes
The above-mentioned charges are the minimum fees and may vary depending on Pandit Ji’s expertise and availability. Any pending balance must be settled at the time of the Pooja ceremony.
उपरोक्त बताए गए शुल्क न्यूनतम हैं और पंडित जी के अनुभव तथा उपलब्धता के अनुसार बदल सकते हैं। पूजा के समय शेष राशि का भुगतान अनिवार्य रूप से किया जाना चाहिए।
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The Wedding Pooja comprises a series of sacred rituals performed to invoke divine blessings for the couple’s harmonious and prosperous married life. It includes traditional ceremonies like Ganesh Pooja, Grah Shanti, and invoking ancestors, ensuring purity, positivity, and auspiciousness. These rituals sanctify the bond of marriage, seeking love, prosperity, and spiritual unity for the bride and groom.
विवाह (शादी) हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति का एक अत्यंत पवित्र संस्कार है। यह केवल दो व्यक्तियों का ही नहीं, बल्कि दो परिवारों का भी मिलन माना जाता है। विवाह जीवन के सोलह संस्कारों में से एक है और इसे सात जन्मों का बंधन कहा गया है।
हिंदू विवाह में विभिन्न रीति-रिवाज़ और रस्में होती हैं, जैसे – वरमाला, कन्यादान, फेरे, सात वचन और सिंदूरदान। इन सभी का अपना विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है।
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वरमाला – दूल्हा और दुल्हन एक-दूसरे को माला पहनाते हैं, जो आपसी स्वीकृति का प्रतीक है।
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कन्यादान – वधू के पिता द्वारा दुल्हे को अपनी कन्या का हाथ सौंपा जाता है।
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सप्तपदी (सात फेरे) – अग्नि को साक्षी मानकर दूल्हा-दुल्हन सात वचन लेते हैं।
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सिंदूरदान और मंगलसूत्र – दूल्हा वधू के माथे पर सिंदूर भरता है और मंगलसूत्र पहनाता है, जो वैवाहिक बंधन का प्रतीक है।
विवाह का उद्देश्य केवल सामाजिक या पारिवारिक जीवन की शुरुआत करना नहीं है, बल्कि यह धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष – इन चार पुरुषार्थों की प्राप्ति का भी आधार माना जाता है।

